नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के विधायक अजित पवार फंसाकर हमको राजभवन ले गए. एनसीपी वापस लौटने वाले कुछ विधायक ऐसा कह रहे हैं. क्या वे 10-12 साल के लड़के हैं जो ऐसे फंस जाएंगे."
"मैं उन सब विधायकों को पहचानता हूं. हमने साथ काम भी किया है. एक दो विधायक गए तो कोई फर्क नहीं पड़ता. मार्केट में बहुत विधायक हैं. कुछ आने वाले हैं, कुछ आने की फिराक में हैं. इसलिए कुछ फर्क नहीं पड़ता."
ऐसा कहना है भारतीय जनता पार्टी के नेता नारायण राणे का.
शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की 'महाविकास अगाड़ी' की सत्ता आएगी, ऐसे संकेत होने के बावजूद शनिवार सुबह देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
उसके बाद पूरे घटनाक्रम के बारे में नारायण राने ने बीबीसी मराठी से बातचीत की.नारायण राणे ने बीबीसी मराठी से कहा, "महाराष्ट्र में भूकंप हुआ, ऐसा कहा जा रहा है. पर ये भूकंप नहीं है. ये सब होना ही था. महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनेगी, ऐसा मैंने कुछ दिन पहले ही कह दिया था. इस बात को हफ़्ता भी नहीं बीता था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ले ली. राज्य में फिर से बीजेपी की सरकार आ गई है. उनकी सरकार को अजित पवार ने समर्थन दिया है."
"मुझे लगता है कि महाराष्ट्र में पांच साल सरकार टिकेगी. अच्छा काम करेगी क्योंकि देवेंद्र फडणवीस को पांच साल का अनुभव है. अजित पवार को भी कई सालों का अनुभव है. इसका बीजेपी को फ़ायदा होगा.
ये जानकारी देना उचित नहीं होगा पर आज भी शिवसेना और कांग्रेस के लोग हमारे संपर्क में हैं. इसका मतलब ये नहीं कि सिर्फ अजित पवार ही हमारे संपर्क में थे. कई पार्टियों के नेता हमारे संपर्क में हैं. उनको बंद करके रखा गया है या होटल में रखा गया है. पर वे कितने उन्हें बंद करके रखेंगे. कुछ लोग शिव सेना या कांग्रेस में रहेंगे ही नहीं. शिव सेना या संजय राउत की तरफ़ से जिस भाषा का इस्तेमाल हो रहा है, वो भाषा महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य को शोभा देने वाली नहीं है.
महाराष्ट्र में राज्यपाल के फ़ैसले से जुड़े 5 सवाल
महाराष्ट्र में BJP का दांव उल्टा भी पड़ सकता है?
भाजपा पर लग रहे आरोपों पर मैं दो दिन में जवाब दूंगा. 56 विधायक चुनके आने के बाद हमारा ही मुख्यमंत्री होगा, शिव सेना का ऐसा दावा करना ग़लत है. बहुमत के लिए 145 विधायकों की ज़रूरत है. ये आंकड़ा न होने के बावजूद हमारी ही सरकार बनेगी. हमारा ही मुख्यमंत्री होगा, ऐसा कहना ग़लत है. बीजेपी को बहुमत साबित करने के लिए 30 नवंबर तक का समय दिया गया है. देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार सदन में विश्वास मत हासिल करेंगे. इसका मुझे पूरा भरोसा है.